कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने गुरुवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने गुरुवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने दो पदों पर कार्य किया, जिसमें से उन्होंने पार्टी के 'एक आदमी एक पद' सिद्धांत के अनुरूप एक पद छोड़ा है।
हालांकि, वह मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई के प्रमुख के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाते रहेंगे। मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने गुरुवार को कमलनाथ को लिखे पत्र में कहा, ''कांग्रेस अध्यक्ष (सोनिया गांधी) ने कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से आपका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। पार्टी (सीएलपी) मध्य प्रदेश तत्काल प्रभाव से।"
इसके साथ ही पत्र में यह भी कहा गया कि सोनिया गांधी ने गोविंद सिंह को कांग्रेस विधायक दल का नया नेता नियुक्त किया है। गोविंद सिंह भिंड जिले के लहर से विधान सभा के सदस्य हैं। डॉ गोविंद सिंह पूर्व मंत्री और सात बार विधायक रह चुके हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 2018 के विधानसभा चुनावों में अपनी जीत के बाद से कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख रहे हैं। सूत्रों के हवाले से लिखा है कि कमलनाथ ने पार्टी के 'एक व्यक्ति एक पद' के सिद्धांत के तहत विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी।